आजमगढ़। शुक्रवार तड़के लूट के सुराग जुटाने के लिए पुलिस टीम गश्त कर रही थी। तभी STF को सूचना मिली कि वाकिफ और उसके तीन साथी थाना रौनापार क्षेत्र की ओर भाग रहे हैं। इस पर टीम ने उनकी घेराबंदी की।जैसे ही बदमाशों को घेरा, उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। एसटीएफ की जवाबी फायरिंग में वाकिफ को गोली लग गई। गोली लगते ही वह जमीन पर गिर पड़ा। पुलिस उसे सीएचसी हरैया लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वहीं, वाकिफ के 3 साथी अंधेरे का फायदा उठाकर फरार हो गए। STF टीम का नेतृत्व डिप्टी एसपी डीके शाही कर रहे थे। शाही वही अफसर हैं, जिन्होंने सुल्तानपुर डकैती कांड में वांटेड मंगेश यादव का एनकाउंटर किया था।
वाकिफ पर गो-तस्करी, चोरी, हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराधों के 48 से अधिक मुकदमे आजमगढ़, गोरखपुर और जौनपुर सहित कई जिलों में दर्ज थे। वह अपने गिरोह के साथ मिलकर पशुओं की चोरी और गोवंश की अवैध तस्करी करता था।



Post A Comment: