मधुबनी, बिहार: हिंदी साहित्य के क्षेत्र में निरंतर सृजनशीलता और नवाचार को प्रोत्साहन देने वाले परवाज़ पब्लिकेशंस के सौजन्य से एक विशिष्ट साहित्यिक अवसर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संपादिका प्रियंका झा ने परवाज़ पब्लिकेशंस के अंतर्गत प्रकाशित नवीन पुस्तक की एक प्रति प्रसिद्ध शायर और व्यंग्यकार शंभु शिखर जी को सप्रेम भेंट करते हुए उनका सम्मान किया।
यह दृश्य न केवल एक सम्मान समारोह था, बल्कि साहित्यिक सौहार्द, संवेदना और सृजनशीलता का जीवंत प्रतीक बन गया। संपादिका प्रियंका झा ने कहा, “शंभु शिखर जी जैसे रचनाकार हिंदी साहित्य की ऊर्जा हैं। उन्हें पुस्तक समर्पित कर पाना मेरे लिए गर्व का विषय है। यह सम्मान उनके प्रति हमारे आदर का प्रतीक है।”
प्रसिद्ध कवि-व्यंग्यकार शंभु शिखर जी, जो अपने ओजपूर्ण काव्यपाठ, हास्य-व्यंग्य और मंचीय अभिव्यक्ति के लिए देश-विदेश में प्रसिद्ध हैं।
समारोह में उपस्थित साहित्यकारों ने कहा कि प्रियंका झा की संपादकीय दृष्टि और उनके द्वारा संपादित पुस्तकों में एक स्पष्ट संवेदनशीलता दिखाई देती है, जो नए और स्थापित लेखकों के बीच पुल का कार्य करती है।
कार्यक्रम के अंत में परवाज़ पब्लिकेशंस की ओर से यह घोषणा की गई कि संस्था आने वाले समय में हिंदी साहित्य, कविता, कहानी और गद्य के विविध रूपों को प्रोत्साहित करने हेतु राष्ट्रीय स्तर पर नए संकलन प्रकाशित करेगी।
इस अवसर पर संपादिका प्रियंका झा और शंभु शिखर जी के बीच सौहार्दपूर्ण संवाद और पुस्तक भेंट का दृश्य यह संदेश दे गया कि साहित्य का वास्तविक अर्थ आदर, प्रेरणा और संवाद के उस सूत्र में है जो पीढ़ियों को जोड़ता है।







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