ग़ाज़ियाबाद। जिले की ग्राम पंचायत मसौता (रजापुर ब्लॉक) में सरकारी योजनाओं में धांधली और फर्जी हस्ताक्षर का गंभीर मामला सामने आया है। राधे राधे प्रेरणा महिला ग्राम संगठन की अध्यक्षा मंजू ने मुख्य विकास अधिकारी, गाजियाबाद और जिला अधिकारी गाजियाबाद को एक शिकायती पत्र सौंपकर गांव की एक महिला सविता पर गंभीर आरोप लगाए हैं।

मंजू ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि सविता ने उनके फर्जी हस्ताक्षर का उपयोग कर महिला ग्राम संगठन के खाते से सरकारी राशि निकालने का प्रयास किया। इसके अलावा, समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सर्वोदय विद्यालय की 400 से अधिक छात्राओं के लिए आवंटित भोजन कैंटीन में भी फर्जी हस्ताक्षर के जरिए धोखाधड़ी की गई। मंजू का आरोप है कि सविता ने लाभ कमाने के लिए यह कदम उठाया।

शिकायत में यह भी उल्लेख किया गया है कि सविता ने सरकारी गल्ले की दुकान सहित पांच सरकारी योजनाओं का लाभ अकेले हासिल किया, जिसमें फर्जीवाड़े की आशंका जताई गई है। मंजू ने बताया कि जब उन्होंने सविता से इस मुद्दे पर बात करने की कोशिश की, तो सविता ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और 20 लाख रुपये की नाजायज मांग की। मंजू के पास इस घटना के साक्ष्य और गवाह मौजूद हैं।

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मंजू ने यह भी आरोप लगाया कि सविता की रजापुर ब्लॉक के अधिकारियों और ग्राम सचिव से सांठगांठ के कारण उनकी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होंने जिला अधिकारी और सीडीओ गाजियाबाद से इस मामले की गहन जांच और दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।

जब इस मामले में हमारे संवाददाता ने सविता से बात की तो उसने सभी आरोपों को एक सिरे से खारिज करते हुए कहा कि उसने कोई फर्जीवाड़ा नहीं किया है। वहीं वर्तमान ग्राम प्रधान मसौता से इस मामले को लेकर जानकारी प्राप्त की तो उन्होंने कहा कि सविता द्वारा फर्जीवाड़े की आशंका दिखाई दे रही है जोकि जांच का विषय है। वहीं इस मामले को लेकर अभी कोई प्रशासनिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।

यह मामला ग्रामीण स्तर पर महिलाओं के अधिकारों के हनन और सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग का गंभीर उदाहरण है। स्थानीय प्रशासन से इस मामले में त्वरित और पारदर्शी जांच की उम्मीद की जा रही है।



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