गाजियाबाद:  महिला पहलवान राखी के समर्थन में आज सोमवार को गाजियाबाद की सड़कों पर सैकड़ों महिलाएं उतरीं। राखी द्वारा गाजियाबाद जिला मुख्यालय पर शुरू किए गए अनिश्चितकालीन धरने और आमरण अनशन के चौथे दिन, स्थानीय महिलाओं, सामाजिक संगठनों और नागरिकों ने उनके साथ एकजुटता दिखाई। प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी और पुलिस आयुक्त को एक मांग पत्र सौंपा, जिसमें राखी को त्वरित न्याय दिलाने की अपील की गई।

राखी ने अपने ससुराल वालों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि उनकी शादी 9 जुलाई 2024 को गाजियाबाद के अवंतिका कॉलोनी निवासी भुवनेश कुमार से हुई थी। शुरुआत में सब ठीक था, लेकिन कुछ समय बाद ससुराल वालों का व्यवहार बदल गया। राखी का दावा है कि उनके पति ने उन्हें धोखा देकर विदेश का रुख कर लिया, और ससुराल वालों ने बिना किसी कारण के उन्हें घर से निकाल दिया। उनके ससुर, जो उत्तर प्रदेश पुलिस में दारोगा हैं, पर भी मानसिक उत्पीड़न और तलाक का दबाव बनाने का आरोप है।

राखी ने 22 अगस्त 2025 से जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन धरना और आमरण अनशन शुरू किया है। उनकी मांगें निम्नलिखित हैं:

ससुराल वालों से जवाबदेही: राखी के ससुराल वालों को यह स्पष्ट करना होगा कि उनकी क्या गलती थी, जिसके कारण उन्हें घर से निकाला गया। यदि कोई गलती नहीं है, तो उन्हें सम्मान के साथ घर वापस लिया जाए।

पुलिस की जवाबदेही: 17 अगस्त 2025 को राखी और उनके बुजुर्ग माता-पिता के साथ पुलिस द्वारा की गई कथित बर्बरता की न्यायिक जांच हो।

निष्पक्ष सुनवाई: घरेलू हिंसा अधिनियम के तहत उनके मामले की त्वरित और निष्पक्ष सुनवाई हो, और दोषियों को सजा दी जाए।

त्वरित न्याय की व्यवस्था: महिलाओं को लंबी कानूनी प्रक्रियाओं से बचाने के लिए न्याय प्रणाली में सुधार किया जाए।

कानूनी संशोधन: पीड़ित महिलाओं को तत्काल राहत देने के लिए मौजूदा कानूनों में बदलाव हो।

प्रदर्शनकारियों ने मांग पत्र में कहा, "राखी ने अन्न का त्याग कर रखा है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे जल का भी त्याग करेंगी। यह स्थिति अत्यंत गंभीर है, और उनके स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है।" उन्होंने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की, जिसमें ससुराल पक्ष के साथ बातचीत, पुलिस की कथित बर्बरता की जांच के लिए स्वतंत्र समिति का गठन, और राखी के मामले में त्वरित सुनवाई शामिल है।

सामाजिक कार्यकर्ता और प्रदर्शन में शामिल रीता शर्मा ने कहा, "राखी की लड़ाई सिर्फ उनकी नहीं, बल्कि उन लाखों महिलाओं की है जो अपने घरों में सम्मान और सुरक्षा की मांग कर रही हैं। हम प्रशासन से अपील करते हैं कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए।"

वीडियो देखें: -

हालांकि, पुलिस और जिला प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। राखी ने स्पष्ट किया है कि जब तक उन्हें न्याय नहीं मिलता, वे अपना अनशन जारी रखेंगी। उनके इस साहसिक कदम को स्थानीय संगठनों और नागरिकों का व्यापक समर्थन मिल रहा है।



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