देहरादून : शुभांगी। सोमवार 17 जुलाई। सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने आज हरेला पर्व पर अपने आवास धरमपुर देहरादून में औषधीय पौधों का रोपण किया।
इस अवसर पर उपस्थित लोगों को पौधों का महत्व समझाते हुए डॉ घिल्डियाल ने कहा कि कोरोना के समय पर जिन लोगों के घरों के आसपास हरे पौधे खड़े थे उनको ऑक्सीजन की कमी नहीं हुई, जबकि जिन्होंने घरों में केवल सजावट के पौधे लगा रखे थे उनको ऑक्सीजन की कमी महसूस हुई।
उन्होंने कहा कि सभी लोगों को अपने घरों में जितनी भी जगह हो गमलों में एवं जमीन पर सजावट के साथ-साथ औषधीय एवं फलदार वृक्षों का रोपण अवश्य करना चाहिए। इसलिए उन्होंने आज अपने बच्चों सहित अन्य लोगों को भी इस कार्य में लगाया।
बच्चों ने बड़े उत्साह से उनके साथ पौधों को लगाया और पौधों को पानी दिया। बच्चों ने पौधों को रोज पानी देने का भी संकल्प लेते हुए हरेला पर्व का उत्सव मनाया।
इसके बाद डॉ घिल्डियाल ने घर पर बच्चों की भुट्टा पार्टी की और कहा कि भुट्टा खाने से सभी विटामिन प्राप्त होते हैं। प्राचीन समय में गांवों में बच्चे बरसात में खूब भुट्टा खाते थे। इससे उनके दांत और हड्डियां काफी मजबूत होती थी।
इस अवसर पर डॉ आरती घिल्डियाल, विभिन्न संस्थाओं में कार्य करने वाली श्रीमती अमिता कोटनाला, समर्थ, अस्मिता, लिटिल आदित्य कोटनाला, पवन बिजलवान आदि उपस्थित रहे।
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