नई दिल्ली: पुनीत माथुर। जानीमानी युवा कवयित्री प्रियंका झा जी को अजमेर में आयोजित एक भव्य साहित्यिक समागम में उनके उत्कृष्ट सृजन के लिए सम्मानित किया गया।

राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर एवं मां शकुंतला साहित्य मंच, अजमेर के संयुक्त तत्वाधान में दिनांक 14 मई 2023 (रविवार) को एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती को माल्यार्पण कर नीतू भाटिया की सरस्वती वंदना एवं प्रभा शर्मा के गीत तू कितनी अच्छी है से किया गया । इस आयोजन के प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि दिल्ली के श्री किशोर श्रीवास्तव, विशिष्ट अतिथि श्री भगवत सिंह राठौड़, अतिरिक्त महा निरीक्षक (प्रवर्तन)

पंजीयन एवं मुद्रांक विभाग, मुख्य वक्ता जयपुर के जानेमाने लेखक, आलोचक एवं रंगकर्मी श्री विनोद भारद्वाज ने । इस सत्र की अध्यक्षता पद्मश्री चंद्र प्रकाश देवल की । पद्मश्री देवल ने मां पर राजस्थानी में कविताएं व कुछ भावपूर्ण किस्से सुनाएं जिससे श्रोता भाव विभोर हो उठे । मुख्य अतिथि श्री किशोर श्रीवास्तव ने दिए गए विषय पर बोलते हुए सोशल मीडिया के दोनों प्रभावों का उल्लेख किया एवं तुलनात्मक संभावनाएं और चुनौतियां दोनों रूप में प्रस्तुत की । जयपुर से आए विषय के मुख्य वक्ता श्री विनोद भारद्वाज ने मां पर चंद शेर सुनाएं तथा चुनौतियों पर अपना व्याख्यान दिया । प्रथम सत्र के विशिष्ट अतिथि श्री भगवत सिंह राठौड़ ने विषय पर बोलते हुए अपना संक्षिप्त उद्बोधन दिया। श्री कृष्ण कुमार शर्मा ने दिए सोशल मीडिया पर अपना पत्र वाचन भी किया ।

द्वितीय सत्र में भी विषय सोशल मीडिया में हिंदी- संभावनाएं एवं चुनौतियां रहा नगर इसका आगाज़ शायर सादिक अली जकी के मां पर गीत और तस्दीक अहमद खान की गजल से हुआ । रास बिहारी गौड़ ने अध्यक्षता करते हुए कुछ इस प्रकार पंक्ति सुनाई- मेरी मां उठकर दिन को लाती है, उठकर सूरज को मुंडेर पर बैठा देती है, बच्चों की जिंदगी में उजाला लाती है । गाजियाबाद से आए मुख्य अतिथि डॉक्टर राजीव पांडे ने सोशल मीडिया पर हास्य कविता प्रस्तुत की । मुख्य वक्ता श्री योगेश कानवा ने नए शब्दों की शुद्धता और मोबाइल के साइड इफेक्ट पर बात करते हुए सोशल मीडिया में हिन्दी साहित्य संभावनाएं एवं चुनौतियों पर अपना वक्तव्य दिया । फालना पाली से पधारी कवयित्री कविता किरण ने मां अपनी सुख-सुविधाओं का कब रखती है ध्यान बच्चों की खातिर करें मां सब कष्टों का दान कविता सुना कर वाहवाही लूटी । 

सम्मान पत्र और शील्ड के साथ
कवयित्री प्रियंका झा जी

इस अवसर पर मां शकुंतला साहित्य मंच की ओर से आयोजित कहानी एवं कविता प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार में स्मृति चिन्ह एवं नकद राशि से सम्मानित किया गया जिसमें प्रथम रहे जयपुर के कवि सुधीर सक्सेना सुधि तीन हजार एक सौ, द्वितीय अजमेर लेखिका मंच की संस्थापक अध्यक्ष डॉ मधु खंडेलवाल को दो हजार एक सौ तथा तृतीय अजमेर की कवयित्री विनीता निर्झर को ग्यारह सौ रुपए नकद, स्मृति चिन्ह, एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया । इसी अवसर पर मां शकुंतला साहित्य मंच को अपना सहयोग प्रदान करने वाले भामाशाहों का भी सम्मान किया गया । लजीज भोजन के साथ कार्यक्रम पूर्णतया सफल रहा । 



द्वितीय सत्र में चंपारण बिहार से आईं कवयित्री प्रियंका झा को पूर्व में आयोजित कविता प्रतियोगिता में प्रथम आने पर तथा अंजू अग्रवाल लखनवी को गणतंत्र सम्मान से सम्मानित किया गया । कार्यक्रम का संचालन प्रथम सत्र में श्रीमती अनिता शिवानी एवं द्वितीय सत्र में श्रीमती रेखा भाटिया ने किया । 

इस अवसर पर श्रीमती अर्चना भटनागर की पुस्तक ”एहसासों का समंदर" एवं डॉ वंदना राठी के काव्य संग्रह का भी विमोचन किया गया । अंत में संस्था के संस्थापक अध्यक्ष राजेश भटनागर ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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