ग़ाज़ियाबाद : बृजेश श्रीवास्तव। बुधवार 17 मई। कहते हैं माँ ईश्वर का ही साक्षात रूप है। माँ अपनी संतान के लिए दुनिया का बड़े से बड़ा कष्ट उठा सकती है, यहाँ तक कि अपने बच्चे के लिए अपनी जान भी दे सकती है। और इस सबके लिए बदले में उसे अपनी संतान से कुछ भी नहीं चाहिए होता है। 

मनुष्य हो या बेजुबान पशु पक्षी, माँ तो सबकी एक सी होती है। जिस प्रकार से इंसानों में माँ अपने बच्चे का कष्ट बर्दाश्त नहीं कर सकती, उसी प्रकार बेजुबान मासूम पशु पक्षियों की माँ भी अपने बच्चे के हर संकट के सामने ढाल बनकर खड़ी रहती है, अपने बच्चे की रक्षा करती है।

कई बार लापरवाही से गाड़ी चलाने की वजह से छोटे छोटे पपी जो तेजी से अपने को बचा नहीं सकते, वो गाड़ी से कुचल कर मारे जाते हैं। ऐसे में उनकी बेजुबान माँ को जो दुःख होता है, वो बता नहीं पातीं।

छोटे पपी की माँ के हृदय में अपने बच्चे के लिए जो भाव होते हैं वो वही होते हैं जो इंसानों में माँ के हृदय में अपने बच्चे के लिए होते हैं।

देखें वीडियो: -



Share To:

Post A Comment: