नई दिल्ली : बृजेश श्रीवास्तव। सोमवार 20 मार्च को भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संसद के समक्ष प्रस्तुत किए गए अभिभाषण पर दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजीडीएवी महाविद्यालय में भारतीय जनता पार्टी दिल्ली प्रदेश के शिक्षा प्रकोष्ठ द्वारा जन जागरण संगोष्ठी का आयोजन किया गया। 

दिल्ली प्रदेश भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ की संयोजिका और आत्माराम सनातन धर्म कॉलेज डीयू की वरिष्ठ प्राध्यापिका प्रो.जसपाली चौहान ने मुख्य वक्ता के रूप में कहा कि नए भारत में सबका साथ सबका विकास, बालिका शिक्षा और सुरक्षा, युवाओं का कौशल विकास, वंचित और पिछड़ों को अवसरों की उपलब्धता तथा महिला उत्थान के लिए धरातल पर व्यापक प्रगति हो रही है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में देश के सभी राज्यों और दुर्गम क्षेत्रों में आधुनिक इन्फ्रास्ट्रक्चर बड़े स्तर पर तैयार हो रहा है। 

वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षा प्रकोष्ठ के सहसंयोजक डॉ. सूर्य प्रकाश सेमवाल ने कहा कि वास्तव में आज के न्यू इंडिया में राष्ट्रपति महोदया से लेकर मुख्य न्यायाधीश और अधिकांश नीति नियंता जन सरोकारों के लिए अपने मनोभावों को व्यक्त करने में भी संकोच नहीं करते। इसी श्रृंखला में शिक्षकों की नई पीढ़ी के साथ राष्ट्रपति के अभिभाषण पर शिक्षा प्रकोष्ठ चर्चा कर रहा है। 

पीजीडीएवी महाविद्यालय के हिन्दी विभाग के प्राध्यापक डॉ. मनोज कुमार कैन ने कहा कि विचार से परिपक्व और अपने कार्य में समर्पण भाव से लगा व्यक्ति समाज और देश के लिए बहुत उपयोगी सिद्ध होता है। इस अवसर पर डॉ.वीरेंद्र कुमार, डॉ. आकांक्षा, शिवांगी, अपर्णा, डॉ. पुष्पा योगेश, डॉ.दरविंदर, हनीत, डॉ.हरीश चंद्रा और  हिमांशु ने भी अपने विचार रखे।

कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद ज्ञापन अनन्या ने प्रेषित किया।

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