राजस्थान : बृजेश श्रीवास्तव। 4 कुमाऊं रेजीमेंट भारतीय सेना में सबसे पहली परमवीर चक्र विजेता बटालियन है। इस बटालियन का इतिहास बहुत पुराना रहा है। जिसे युद्ध में कई अवार्ड पदक मिले हैं।  जिसमें पहला परमवीर चक्र मेजर सोमनाथ शर्मा को मिला। 

3 नवंबर 1947 को श्रीनगर के बडगाम हवाई अड्डे पर अचानक कबालियों आतंकियों ने कब्जा करने के लिए हमला कर दिया। 4 कुमाऊं रेजिमेंट को यहां महत्वपूर्ण टास्क मिला। इन  कबालियों को मार भगाने व हवाई अड्डे को सुरिक्षत करने को डेल्टा कंपनी मेजर सोमनाथ शर्मा के नेतृत्व में युद्ध में उतरी। भयंकर लड़ाई हुई। कबायलियों की तादात बहुत थी। अगर हवाईअड्डा उनके कब्जे में हो जाता तो आज कश्मीर भारत के साथ नही होता। मेजर सोमनाथ शर्मा के कुशल नेतृत्व में जवानों ने बहादुरी से कबायलियों को मार भगाया। मेजर सोमनाथ शर्मा शहीद हो गए। मरणोपरांत उनको प्रथम परमवीर चक्र से   नवाजा गया। इस भीषण मुठभेड़ में रेजीमेंट कंपनी के कई लोगों ने शहादत दी थी। उसी के बाद हर वर्ष बडगाम दिवस 3 नवंबर को मनाया जाता है। 

इस साल यह खास है। 75वे साल हीरक जयंती समारोह राजस्थान में पाकिस्तान बॉर्डर के पास गंगानगर से आगे मनाया गया। जिसमें रेजीमेंट के रिटायर हुए सैनिकों को, अधिकारियों को भी  बुलाया गया। 

इनमें मौजूद इंदिरापुरम  के निवासी पूर्व सैनिक हरीश कड़ाकोटी ने बताया यह समारोह बहुत भव्य तथा सुंदर तरीके से मनाया गया। शहीद मेजर सोमनाथ शर्मा परमवीर चक्र की प्रतिमा पर माला चढ़ाकर उनको श्रद्धांजलि दी गई। उसके बाद बटालियन के रिटायर सैनिकों, अधिकारियों सर्विंग सैनिकों तथा अधिकारियों का सैनिक सम्मेलन हुआ। उसके बाद 4 कुमाऊं रेजीमेंट के जवानों ने कल्चरल संगीतमय कार्यक्रम किए जो बहुत सुंदर दृश्य था। रात में नाइट शो का आयोजन हुआ जिसमें बैटल ऑफ बड़गांव का पूरा चित्रण दिखाया गया। जो अपने आप में बहुत यादगार था। वह दृश्य को देखकर लगा उस  3 नवंबर 1947 को कितनी बहादुरी से जवानों ने यह जंग लड़ी तथा कबायलियों को मार भगाया। वास्तव में यह दिन बहुत यादगार दिन रहा। इस पूरे बडगाम डे समारोह के मिलन में मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट जनरल सत्यवीर यादव रहे। बटालियन के पूर्व कमांडिंग ऑफिसर अन्य ऑफिसर जवान जेसीओ के अलावा कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल आर सी तिवारी भी मौजूद रहे। बटालियन कमांडर कर्नल जयंत पटनायक, सूबेदार मेजर राजेश यादव व यूनिट के समस्त ऑफिसर जेसीओ व जवानों को बहुत-बहुत शुभकामनाएं धन्यवाद जिन्होंने सुंदर आयोजन को करवाया। हम सभी पूर्व सैनिकों को भी समारोह में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया। दिल्ली एनसीआर से पूर्व सैनिक  हरीश कड़ाकोटी व अन्य प्रदेशों से पूर्व सैनिक दीवान गिरी नंदन डांगी, कुंवर सिंह कोरंगा, बाहदुर सिंह व अन्य बहुत सारे पूर्व सैनिक व सैन्य अधिकारी मौजूद रहे।

देखें वीडियो: -



Share To:

Post A Comment: