(प्रतीतात्मक चित्र)
नई दिल्ली : पुनीत माथुर। दिल्ली से सटे गुड़गांव में तैनात महिला कांस्टेबल ने पति से आपसी विवाद के चलते अपने दो साथी पुलिसकर्मियों के साथ मिलकर पति के मोबाइल की कॉल डीटेल निकलवा ली। पति के मोबाइल को काफी समय तक सर्विलांस पर रखवाया गया।
पति जिससे भी बात करता था महिला कांस्टेबल उसे कॉल कर पति का साथ न देने को कहती थी । नेटवर्क ऑपरेटर कंपनी से आरटीआई में मिली जानकारी व पुलिस जांच में सर्विलांस की बात पुख्ता हुई। अब कोर्ट के आदेश पर बादशाहपुर थाना पुलिस ने महिला कांस्टेबल और उसके दोनों पुलिसकर्मी साथियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
सेक्टर-31 स्थित कॉरपोरेशन बैंक में मैनेजर राजेश कुमार ने पुलिस से इस मामले की शिकायत की थी । उनका पत्नी सविता के साथ काफी समय से विवाद चल रहा है।
राजेश का आरोप है कि अगस्त 2017 में उसके परिचित विक्की को पत्नी ने कॉल कर कहा कि मेरे पति से इतनी बात क्यों करते हो। इसी तरह 6 अक्टूबर 2017 राजेश के एक अन्य मित्र मुकेश को कॉल कर कहा कि पति के साथ पंचायत में मत आना।
मुकेश ने कॉल कर राजेश को बताया तो वह हैरान हो गया कि 5 मिनट पहले हुई बात का सविता को कैसे पता चला।
उसने बीएसएनएल कंपनी में आरटीआई दाखिल की तो पता चला कि सितंबर 2017 में सिटी थाना के एक केस में उनके मोबाइल की कॉल डीटेल पुलिस की ओर से निकलवाई गई थी।
राजेश द्वारा पुलिस कमिश्नर ऑफिस में शिकायत दिए जाने पर जब जांच हुई तो साफ हुआ कि सविता ने अपने साथ सिपाही रवि कुमार व कांस्टेबल सतबीर को मिलाकर कॉल डीटेल निकलवाई।
मैनेजर ने आरोप लगाया कि जिस समय ये डीटेल निकलवाई गई उस समय वह एक ऐसे पद पर था कि यदि हर दिन जाने वाले 250 करोड़ कैश के आवागमन की डीटेल लीक हो जाए तो बड़ा नुकसान हो सकता था।
राजेश द्वारा कोर्ट में याचिका दायर करने पर कोर्ट के आदेश पर बादशाहपुर थाने में पुलिस ने सविता और उसके साथियों पर आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की है। मामले की जांच शुरू हो गई है।
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