नई दिल्ली : पुनीत माथुर।  निर्भया कांड में अरीपी मुकेश ने एक सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि उसके साथ जेल में यौन शोषण हुआ था।

सुप्रीम कोर्ट में मुकेश की वकील अंजना प्रकाश ने कहा कि मुकेश का जेल में यौन उत्पीड़न हुआ। उस समय जेल अधिकारी वहां थे लेकिन उन्होंने मदद नही की ।

अरीपी की वकील ने कहा कि मुकेश को उस समय अस्पताल नहीं ले जाया गया। बाद में उसे दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया। मुकेश की वकील ने कहा वो मेडिकल रिपोर्ट कहां है? इसके साथ ही मुकेश की ओर से उनकी वकील ने कहा कि उसके भाई राम सिंह को मार दिया गया। जेल ऑफिसर कह रहे है कि उसने फांसी लगाई  जबकि उसका एक हाथ खराब होने के कारण वो फांसी लगा सकता था ।

मुकेश ने कहा कि मैं इस घटना की एफआईआर दर्ज कराना चाहता था। मुकेश की वकील ने तिहाड़ जेल प्रशासन पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि मुकेश को क्यूरेटिव याचिका खारिज होने से पहले ही एकांत कारावास में रखा गया था।

सुप्रीम कोर्ट में मुकेश की वकील ने राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका खारिज होने पर कहा कि आपको हर कदम पर अपना दिमाग लगाना होगा। आप किसी के जीवन के साथ खेल रहे हैं।

जेल से आने के बाद मुकेश ने कहा कि मुझे बेरहमी से पीटा गया। इसके अलावा सोलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि – कभी-कभी, मौत के सजा पाने वाले का स्वास्थ्य और स्थिति इतनी बिगड़ चुकी होती है कि उन्हें मृत्युदंड नहीं दिया जा सकता है, लेकिन इस मामले में, मुकेश की स्थिति बिलकुल ठीक है।

बता दें कि निर्भया गैंगरेप और हत्या के मामले में चारों दोषियों को मौत की सजा पहले ही सुनाई जा चुकी है। राष्ट्रपति के द्वारा खारिज की गई दया याचिका के खिलाफ दोषी मुकेश सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका दायर की थी। इस मामले पर तीन जजों की बेंच ने मंगलवार को सुनवाई  पूरी की।
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