नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद से इस्तीफे की जिद पर अड़े राहुल गांधी ने अंतत: बुधवार को कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया, जिसके बाद इस पर असमंजस की स्थिति समाप्त हो गई। राहुल ने इससे पहले 25 मई को ही कांग्रेस की कार्यकारी समिति की एक बैठक में इस्तीफे की पेशकश की थी, लेकिन इसे ठुकरा दिया गया था। इस बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पार्टी के नेताओं ने इस्तीफे का फैसला वापस लेने के लिए राहुल को खूब मनाया, पर वह अपने निर्णय पर बने रहे।
राहुल का इस्तीफा सामने के बाद लोगों की ओर से तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष नेता भी राहुल के इस्तीफे पर अपनी बात रख रहे हैं। बीजेपी ने जहां इसे राहुल गांधी का निजी फैसला करार देते हुए यह भी कहा कि देश में आज दो तरह की पार्टी है, एक बीजेपी जो लोकतांत्रिक मूल्यों में यकीन रखती है और उसी के अनुसार चलती है और दूसरी कांग्रेस जिस पर एक खास परिवार का नियंत्रण है। वहीं कांग्रेस के नेताओं ने राहुल के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए कहा कि वह इस्तीफे के बाद भी पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए काम करते रहेंगे। पूरे प्रकरण के बीच अब उनकी बहन व कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी की प्रतिक्रिया आई है।
प्रियंका ने ट्वीट कर राहुल के फैसले को सराहा है। गुरुवार को एक ट्वीट में उन्होंने कहा, 'आपने जो किया है, उसकी हिम्मत कुछ ही लोगों में होती है। आपके इस फैसले के प्रति गहरा सम्मान है।' कांग्रेस की पूर्वी यूपी मामलों की प्रभारी प्रियंका गांधी का यह ट्वीट राहुल के इस्तीफे के बाद आया है। प्रियंका गांधी ने लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पार्टी में अपनी औपचारिक पारी की शुरुआत की थी और उन्हें पूर्वी यूपी का प्रभार सौंपा गया था। हालांकि पार्टी पूर्वी यूपी में भी कुछ कमाल नहीं कर पाई, बल्कि इस चुनाव में राहुल गांधी अमेठी की वह सीट भी गंवा बैठे, जो गांधी परिवार की
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