ग़ाज़ियाबाद : बृजेश श्रीवास्तव। बृहस्पतिवार को समग्र शिक्षा अभियान के अंतर्गत समेकित शिक्षा की अवधारणा को धरातल पर साकार करते हुए नगर संसाधन केंद्र, राजीव कॉलोनी, करहेड़ा, मोहन नगर, गाजियाबाद में आयोजित दिव्यांग बच्चों का सहायक उपकरण वितरण शिविर  सेवा, संवेदना और सामाजिक दायित्व का एक जीवंत उदाहरण बनकर उभरा। 

यह आयोजन केवल एक औपचारिक कार्यक्रम नहीं, बल्कि दिव्यांग बच्चों के आत्मसम्मान, आत्मविश्वास और उज्ज्वल भविष्य को सशक्त करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल सिद्ध हुआ।

इस शिविर के माध्यम से 139 दिव्यांग बच्चों को उनकी आवश्यकता के अनुरूप 22 हियरिंग ऐड, 26 व्हील चेयर, 8 ट्राई साइकिल, 6 सीoपीoचेयर, 24 बैसाखी, 06 रोलेटर, 12 ब्रेल किट, 8 ब्लाइंड स्टिक, (सहायक उपकरण) बौद्धिक दिव्यांग बच्चों हेतु 40 टी एल एम किट प्रदान किए गए। उपकरण प्राप्त करते समय बच्चों के चेहरों पर झलकती मुस्कान, आशा और आत्मविश्वास इस बात का प्रमाण थी कि सही संसाधन मिलने पर कोई भी बाधा सफलता के मार्ग में अवरोध नहीं बन सकती। 

मुख्य अतिथि मयंक गोयल महानगर अध्यक्ष गाजियाबाद भाजपा ने कहा “केंद्र एवं प्रदेश सरकार दिव्यांग बच्चों के सशक्तिकरण को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है। शिक्षा, उपकरण, छात्रवृत्ति एवं हर संभव सहायता सरकार की प्रतिबद्धता है। ऐसे कार्यक्रम सरकार और समाज के बीच सेतु बनकर यह विश्वास दिलाते हैं कि कोई भी बच्चा अकेला नहीं है।”

विशिष्ट अतिथि रामशंकर उप जिलाधिकारी (न्यायिक), मोदीनगर, गाजियाबाद ने कहा “प्रशासन और शिक्षा विभाग मिलकर यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि सरकारी योजनाओं का वास्तविक लाभ दिव्यांग बच्चों तक पहुंचे। यह आयोजन सामाजिक उत्तरदायित्व और सुशासन की एक प्रेरणादायक मिसाल है।”

विशिष्ट अतिथि नरेन्द्र कुमार ‘बिल्लू’ महानगर अध्यक्ष, सेल्फ फाइनेंस प्रोग्रेसिव स्कूल प्रबंधक एसोसिएशन, गाजियाबाद एवं अध्यक्ष, अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल, गाजियाबाद ने कहा “दिव्यांग बच्चों के लिए किया गया प्रत्येक प्रयास राष्ट्र निर्माण की नींव को मजबूत करता है। जब शिक्षा, समाज और प्रशासन एकजुट होकर कार्य करते हैं, तभी वास्तविक और स्थायी परिवर्तन संभव होता है।”

वशिष्ट अतिथि काजल छिब्बर, संस्थापिका – साथी फाउंडेशन, रेडिको खेतान, गाजियाबाद ने कहा “समाज की सच्ची प्रगति तब होती है जब सबसे कमजोर वर्ग के चेहरे पर मुस्कान आती है। आज का यह दृश्य सेवा और समर्पण की भावना का सजीव उदाहरण है।”

कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, गाजियाबाद ओ.पी. यादव ने की। अपने अध्यक्षीय संबोधन में उन्होंने कहा “समावेशी शिक्षा कोई योजना मात्र नहीं, बल्कि एक संवेदनशील सोच और सामाजिक जिम्मेदारी है। शिक्षा विभाग निरंतर प्रयासरत है कि हर दिव्यांग बच्चे तक आवश्यक संसाधन, सहयोग और अवसर पहुंचे। आज का यह शिविर हमारे इन्हीं सतत प्रयासों का सशक्त उदाहरण है।”

डॉ. राजकुमार, प्रधानाध्यापक, पीएम श्री प्राथमिक विद्यालय, कवि नगर, गाजियाबाद एवं जिला व्यायाम शिक्षक ने अपने विचार रखते हुए कहा “दिव्यांग बच्चों में अपार क्षमताएं होती हैं। यदि उन्हें सही संसाधन, मार्गदर्शन और प्रोत्साहन मिले, तो वे शिक्षा, खेल और जीवन के हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सकते हैं। आत्मविश्वास ही उनके सर्वांगीण विकास की कुंजी है।”

रुचि त्यागी, जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) एवं समाज सेविका ने कहा “दिव्यांग बच्चों के लिए किया गया हर प्रयास ईश्वर की सच्ची आराधना है। ऐसे आयोजन समाज में सकारात्मक चेतना का संचार करते हैं।”

कार्यक्रम का कुशल, प्रभावशाली एवं अनुशासित मंच संचालन योग गुरु यश पाराशर एवं पूनम शर्मा द्वारा किया गया, जिसने आयोजन को विशेष गरिमा प्रदान की।

इस पूरे आयोजन की आत्मा, प्रेरणा और मार्गदर्शक शक्ति रहे डॉ. राकेश कुमार, जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा)। उनके अथक प्रयास, संवेदनशील दृष्टिकोण और जिम्मेदार नेतृत्व के कारण ही दिव्यांग बच्चों तक आवश्यक सहायक सामग्री पहुंच सकी।

कार्यक्रम में उपस्थित समस्त अतिथियों का बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पौधा भेंट कर एवं अंगवस्त्र पहनाकर सम्मानपूर्वक स्वागत किया गया।

बेसिक शिक्षा विभाग के खंड शिक्षा अधिकारी इश्क लाल एवं विश्वजीत राठी, शिक्षक, अभिभावक एवं गणमान्य नागरिकों की गरिमामयी उपस्थिति ने आयोजन को और भी प्रभावशाली बना दिया। निस्संदेह, यह शिविर समावेशी शिक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर सिद्ध हुआ—जो न केवल दिव्यांग बच्चों के जीवन को सशक्त करेगा, बल्कि समाज को संवेदनशील, जिम्मेदार और मानवीय बनाने की दिशा में प्रेरित करेगा।



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