मृतका पूर्णिमा मंडावी


नई दिल्ली : पुनीत माथुर। एक साथ मरने की ख्वाहिश लेकर एक प्रेमी प्रेमिका खुदकुशी के इरादे से छत्तीसगढ के गंगरेल खिड़कीटोला के जंगल में आयें थे। लेकिन यहां पर किस्मत ने दगा दे दिया। प्रेम प्रसंग में साथ में फांसी लगाने जंगल गए थे। लड़की की तो मौत हो गई लेकिन लड़के का फंदा टूट गया और लड़का वहां से डर कर भाग गया। 5 दिन बाद घटना का खुलासा हुआ। 

रूद्री पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भेजा। पुलिस ने बताया कि पूर्णिमा मंडावी तीन माह की गर्भवती थी। दोनों की शादी के लिए परिजन तैयार नहीं थे।

पुलिस के मुताबिक बालोद जिले के ग्राम चिटोद निवासी राकेश मंडावी 22 वर्ष और पूर्णिमा मंडावी 21 वर्ष दोनों एक दूसरे को काफी पसंद करते थे। दोनों शादी कर आगे की जिन्दगी साथ बिताना चाहते थे, लेकिन दोनों एक ही गोत्र के होने के कारण परिजन उनकी शादी नहीं होने दे रहे थे। 

ऐसे में प्रेमी जोड़े ने साथ जीने के बजाय साथ मरने का फैसला किया। इसके बाद दोनों बीते 9 जुलाई को धमतरी गंगरेल के खिड़कीटोला जंगल पहुँचे। जंगल में पर एक पेड़ पर दोनों ने फंदा लगाकर आत्महत्या करने की कोशिश की।

इस बीच युवक के गले में लगा फंदा टूट गया और वो नीचे गिर पड़ा। हालाकिं प्रेमिका का फंदा नहीं टूटा था और उसने अपने प्रेमी के सामने ही फंदे पर लटक कर जान दे दी। इसके बाद प्रेमी युवक दोबारा फिर से जान देने की कोशिश करने लगा, उस दौरान प्रेमिका का तड़पता हुआ चेहरा उसकी नजरों के सामने आ गया और उसने ख़ुदकुशी करने का इरादा बदल दिया।

प्रेमिका को फंदे पर लटका देख वो डर गया और वहां से सीधे भागकर जगदलपुर आ गया। कुछ दिन यहाँ रहने के बाद खुद घटना के पांच दिनों बाद धमतरी के रुद्री थाना पहुँचकर इस पूरे घटना की जानकारी पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो युवती की लाश पूरी तरह से सड़कर नीचे गिरी हुई ।


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