नई दिल्लीः पुनीत माथुर। आज भारत को तीन और राफेल लड़ाकू जेट मिल जाएंगे जो अंबाला में गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल होंगे। ये फाइटर जेट सीधे फ्रांस से उड़ान भरेंगे और इन्हें UAE में मिड एयर रिफ्यूलिंग उपलब्ध करवाया जायेगा।  

इन विमानों के गुजरात में शाम 7 बजे उतरने की उम्मीद है। यह स्क्वाड्रन की ताकत को 14 तक ले जाएगा। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि नौ राफेल फाइटर जेट्स का अगला बैच अप्रैल में भारत आएगा। इनमें से पांच को पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस में शामिल किया जाएगा। 

भारत में फ्रांस के राजदूत इमैनुएल लेनाइन ने मंगलवार को कहा कि अप्रैल के अंत तक पांच अतिरिक्त राफेल जेट भारत को दिए जाएंगे। राजदूत ने कोच्चि में एक कार्यक्रम में कहा "यह बहुत गर्व की बात है कि हम कोविड -19 महामारी के बावजूद राफेल शेड्यूल और कार्यक्रम से पहले भी वितरित करने में सक्षम हैं।" राफेल फाइटर दो M88-3 सफ़रन इंजन द्वारा संचालित होता है जिसमें 73 किलो न्यूटन का थ्रस्ट होता है। यह 'लाइन स्मार्ट वेपन सिस्टम' को ले जाने के लिए डिजाइन किया है। 

बता दें कि विमान को पिछले साल जुलाई और अगस्त में वायुसेना में शामिल किया गया था। चीन के साथ सीमा पर तनाव के बीच राफेल विमान को पूर्वी लद्दाख और अन्य मोर्चों पर गश्त के लिए तैनात किया गया है।  भारत ने सितंबर 2016 में फ्रांस से 36 लड़ाकू विमानों की डील की थी।   

ट्विन-इंजन राफेल जेट विभिन्न प्रकार के मिशनों को पूरा करने में सक्षम हैं जैसे कि जमीन और समुद्री हमले और एयर डिफेन्स इसमें शामिल है। 

डसॉल्ट एविएशन ने फ्रांस में प्रशिक्षण के लिए सात और लड़ाकू विमानों को पहले ही IAF को सौंप दिया था और इस साल के अंत तक 36 विमानों की डिलीवरी को पूरा करने के लिए अप्रैल के बाद शेष छह राफेल जेट वितरित करेगा।

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