ग़ाज़ियाबाद : पुनीत माथुर। यहां इंदिरापुरम के अवंति बाई पार्क स्थित ॐ श्री सांई शिव शक्ति मंदिर में 14वीं श्रीमद्भागवत पुराण कथा का संगीतमय आयोजन वृहस्पतिवार वसंत पंचमी से आरंभ हो कर 5 फरवरी तक किया जाएगा।
मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष संजय अग्रवाल ने न्यूज़ लाइव टुडे को बताया कि कलश यात्रा वसंत पंचमी को प्रातः 10 बजे से ॐ श्री सांई शिव शक्ति मंदिर से आरंभ होगी। वृहस्पतिवार 6 फरवरी को इस महायज्ञ की पूर्णाहुति तदुपरांत भंडारे का विशाल आयोजन किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध विद्वान आचार्य परमानंद देवली जी द्वारा विगत तेरह वर्षो से ग़ाज़ियाबाद के धर्मानुरागी भागवत प्रेमीजन श्रीमद्भागवत कथा सुन कर पुण्य प्राप्त करते आ रहे हैं ।
बता दें कि सनातन धर्म के 18 पवित्र पुराणों में से एक है भागवत् पुराण। इसे श्रीमद्भागवत या केवल भागवतम् भी कहते हैं। यह श्रीविष्णुजी के धरती पर लिए गए 24 अवतारों के साथ उस दौरान उनके जीवन की कथा का भावपूर्ण वर्णन है।
12 खंडों के इस ग्रंथ में 335 अध्याय तथा 18 हजार श्लोक हैं। इसके 10वें अध्याय में श्रीकृष्ण का जीवन सार कुछ इस प्रकार वर्णित है कि यह सभी को सांसारिक जीवन जीते हुए ज्ञान तथा मुक्ति का मार्ग दिखाता है।
भागवत कथा का आयोजन करने या सुनने के अनेक लाभ हैं जैसे गंगा, गया, काशी, पुष्कर या प्रयाग जैसे तीर्थों की यात्रा से भी अधिक पुण्य प्राप्ति होना, जन्म-जन्मांतर के पाप नष्ट होना, जीवन में प्रगति, खुशहाली तथा समृद्धि के द्वार खुलना, सभी प्रकार के पितृ-दोषों से निजात मिलना, जीवन में नकारात्मकता का नाश और हर प्रकार से सकारात्मकता का आना, स्वास्थ्य, समृद्धि मिलना तथा भाग्य में वृद्धि होना।
इसको सुनने से आत्मिक ज्ञान की प्राप्ति करते हुए सांसारिक दुखों से निकल जाना, मनोकामना की पूर्ति होना, बुरी नजर, भूत-प्रेत बाधा आदि से मुक्ति मिलना, पारिवारिक-मानसिक अशांति व क्लेश का नाश होना, शत्रुओं पर विजय मिलना, रोजगार के नए अवसर मिलना, समाज में प्रसिद्धि-सम्मान की प्राप्ति होना, दरिद्रता, दुर्भाग्य तथा क्रोध-शोक का नाश होना।
भागवत कथा का आयोजन करना पुण्य प्राप्ति का माध्यम है, अगर आप खुद इसका आयोजन नहीं कर पा रहे हैं, तो आप ॐ श्री सांई शिव शक्ति मंदिर ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस पवित्र कथा का हिस्सा बनकर जीवन में एक सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त कर सकते हैं।
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