इंदिरापुरम। बुधवार 10 मई 2023। मैं सलेक चंद त्यागी वर्ष 1976 से जनसंघ की सेवा में था। शायद कुछ भाइयों को पता होगा तब हमारा चुनाव चिन्ह जलता हुआ दीपक होता था जो आज कमल का फूल है।

मैंने अपने जीवन के 46 वर्ष भारतीय जनता पार्टी व संगठन की सेवा में निकाल दिए। पिछले 5 वर्षों से मैंने एवं मेरी धर्मपत्नी निर्मला त्यागी जोकि वार्ड 87 की पार्षद रही। हम दोनों ने मिलकर वार्ड के विकास कार्यों में व जनता की सेवा में लगे रहे। मैंने और मेरी पत्नी ने चुनाव कार्यक्रम के चलते दूसरे दिन ही पार्टी प्रत्याशी बहन सिद्धि प्रधान को तन मन से समर्थन दिया। अपने सहयोगी मित्रों को भी आवाहन किया कि पार्टी में प्रत्याशी के पक्ष में कार्य करें व चुनाव जिताना मेरा धर्म है। 

कल दिनांक 9 /5/2023 को मैं हॉस्पिटल में भर्ती था। फिर मैं कुछ समय निकालकर पार्टी के दायित्वधारियों के अनुरोध पर बहन सिद्धि प्रधान के कार्यालय व रैली में गया तथा पूर्ण समय समर्थन व सहयोग दिया। लेकिन 9/5/23 की मध्यरात्रि के दौरान मुझे पता चला कि पूर्व पार्षद होने के नाते पार्टी के विरुद्ध कार्य करते हुए मुझे आगामी 6 वर्षों के लिए पार्टी से निकाल दिया है। यह देखकर मैं हतप्रभ रह गया। 

मुझे और मेरे परिवार व मेरे सहयोगियों को बहुत दुख हुआ। जो कि मेरे लिए असहनीय हो गया क्योंकि मैं पार्टी का एक सच्चा सिपाही था। मैंने बड़े दुख के साथ पार्टी का यह फैसला स्वीकार किया और जो मेरे से विगत 40 वर्षों में गलती हुई है मैं पार्टी के उच्च पदाधिकारियों से हाथ जोड़कर क्षमा चाहता हूँ।

मैंने अत्यधिक विचार-विमर्श कर एवं अपनी अंतरआत्मा की आवाज सुनकर एक अच्छे कार्यकर्ता व सेवक के रूप में चुनाव लड़ रहे पार्षद प्रत्याशी अनुज कुमार त्यागी, जिनका  चुनाव चिन्ह उगता सूरज है। उन्हें तन मन धन से समर्थन कर दिया है। 

मेरी सभी भाइयों बहनों माताओं और नौजवान साथियों से इस चुनावी मेला में अनुज त्यागी को भरपूर समर्थन प्यार व आशीर्वाद देकर उगते हुए सूरज के चुनाव चिन्ह पर बटन दबाकर विजयी बनाएं। मैं आप सब के प्यार का आभारी रहूंगा। 

दिन हो या रात ,हमेशा आपके साथ।

सादर

सलेक चंद त्यागी

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