शनिवार 15 अप्रैल को जूना अखाड़ा की अंतराष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में सनातन धर्म की रक्षा के उपायों पर चर्चा की गयी। इस चर्चा के लिए जूना अखाडा के अंतराष्ट्रीय संरक्षक स्वामी हरिगिरी जी महाराज और अंतराष्ट्रीय प्रवक्ता स्वामी नारायण गिरी जी महाराज ने जूना अखाडा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी को विशेष रूप से बैठक में बुलाया और उनसे सनातन धर्म की रक्षा के लिए उनके विचारों को सभी संतो के समक्ष बताने का आदेश दिया।

स्वामी हरिगिरी जी महाराज और स्वामी नारायण गिरी जी महाराज के आदेश पर महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने लिखित में निम्न प्रस्ताव दिया।

सेवा में

परम आदरणीय श्री महन्त स्वामी हरि गिरी जी महाराज,

अंतरराष्ट्रीय संरक्षक श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा

सादर ॐ नमो नारायण

विषय:श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के द्वारा विश्व शांति के लक्ष्य हेतु विश्व धर्म संसद व सनातन धर्म की पुनर्स्थापना हेतु सनातन वैदिक ज्ञानपीठ की स्थापना हेतु निवेदन।

आदरणीय गुरु महाराज जी

आपके श्रीचरणों में नमन करते हुए मैं आपका शिष्य नरसिंहानंद गिरी यह अनुरोध करना चाहता हूँ कि आज सम्पूर्ण मानवता का लक्ष्य लेकर पैदा हुई आसुरी शक्तियां बहुत प्रबल हो गयी हैं और ऐसा लगता है कि वो अति शीघ्र ही विश्व को विनाश की ओर धकेल देगी। इन शक्तियों के मुकाबले हेतु सम्पूर्ण विश्व की उन शक्तियों का एकत्रीकरण जो इनके निशाने पर हैं। आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है। वस्तुतः आज जो भी संस्कृति और सभ्यतायें सहअस्तित्व को मानती हैं या मान सकती हैं। उन सबको साथ लेकर इन आसुरी शक्तियों से संघर्ष समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। हम सम्पूर्ण विश्व की सबसे प्राचीन वैदिक संस्कृति और सनातन धर्म के ध्वजा वाहक हैं। हमारा ये दायित्व है कि हम आने वाले महाविनाश को रोकने के लिये हर सम्भव प्रयास करें और इस महानतम लक्ष्य के लिये सम्पूर्ण मानवता का मार्गदर्शन करें।

इस महान लक्ष्य की प्राप्ति के लिये हम सभी को भागीरथ प्रयास करने पड़ेंगे क्योंकि शत्रु बहुत शक्तिशाली और अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित है।

मैं सम्पूर्ण मानवता की रक्षा हेतु दो अतिआवश्यक कदम आप सभी गुरुजनों से उठाने का आग्रह करता हूँ।

1.आसुरी शक्तियों के विरुद्ध सम्पूर्ण विश्व के जागरण हेतु विश्व धर्म संसद का निर्माण

2.सनातन धर्म की पुनर्स्थापना हेतु सनातन वैदिक ज्ञानपीठ का निर्माण

ये दो संस्थाएं सम्पूर्ण मानवता की रक्षा के लक्ष्य में अति महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकती हैं। अगर आप मुझे समय दे तो मैं इन दोनों योजनाओं की विस्तृत चर्चा आपके साथ करना चाहता हूँ।

मुझे पूर्ण विश्वास है कि आप मेरे प्रस्ताव पर ध्यान अवश्य देंगे।

आपका शिष्य

नरसिंहानंद गिरी

देखें वीडियो: -

महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज के सनातन वैदिक ज्ञानपीठ के प्रस्ताव को आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी जी महाराज ने अनुमोदित करते हुए कहा की सनातन धर्म की रक्षा में सनातन वैदिक ज्ञानपीठ ऐतिहासिक भूमिका का निर्वहन कर सकता है।

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