ऋषिकेश : बृजेश श्रीवास्तव। शनिवार 15 अप्रैल को सहायक निदेशक शिक्षा एवं संस्कृत शिक्षा डॉ चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने तीर्थ नगरी के संस्कृत परिषदीय परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया।

सहायक निदेशक प्रातः 10 बजे जय राम संस्कृत महाविद्यालय पहुंचे और उन्होंने वहां पर चल रही संस्कृत शिक्षा परिषद द्वारा आयोजित पूर्व मध्यमा एवं उत्तर मध्यमा की परीक्षाओं का निरीक्षण किया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वहां पर दर्शन शास्त्र का पेपर चल रहा था। सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाई गईं। विद्यालय में परीक्षा कक्षों  की साफ-सफाई एवं बैठक व्यवस्था तथा परीक्षा कक्ष में बोर्ड पर कक्ष निरीक्षक का नाम एवं संकेतांक देखकर उन्होंने केंद्र व्यवस्थापक आचार्य विजय जुगलान एवं कस्टोडियन श्यामसुंदर रयाल की पीठ थपथपाई।

इसके बाद सहायक निदेशक ने महाविद्यालय में चल रहे योग सेंटर का भी निरीक्षण किया। यहां पर  प्रशिक्षणार्थियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत और योग का बहुत गहरा रिश्ता है। महर्षि पतंजलि ने अष्टांग योग कि जो अवधारणा व्यक्त की थी उसको साकार करने में महाविद्यालय महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने योग विभागाध्यक्ष सूर्य प्रकाश रतूड़ी एवं प्रशिक्षकों को आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए उनके कार्यों की प्रशंसा की।

संपर्क करने पर सहायक निदेशक डॉक्टर चंडी प्रसाद ने निरीक्षण की पुष्टि करते हुए बताया कि उसके बाद उन्होंने श्री नेपाली संस्कृत महाविद्यालय के परीक्षा विभाग का भी निरीक्षण किया। वहां पर भी सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद पाए जाने पर प्राचार्य ओमप्रकाश पोरवाल एवं उनकी टीम का हौसला बढ़ाया।

बताया कि शाम को वह प्रदेश के कैबिनेट वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल के पुत्र के शादी समारोह में आशीर्वाद देकर राजधानी लौटेंगे।

निरीक्षण में सहायक निदेशक के साथ जयराम संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य मायाराम रतूड़ी, वर्तमान प्राचार्य विजय जुगलान, शांति प्रसाद डंगवाल, जनार्दन कैरवान आदि उपस्थित रहे।

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