नई दिल्ली : पुनीत माथुर। संसद का बजट सत्र शुक्रवार से शुरू हो गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दोनों  सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून ( CAA ) को बनाकर गांधी जी की इच्छा को पूरा किया है।

इस पर विपक्षी दलों ने विरोध जताया और हंगामा किया। बता दें कि आज ही वित्त मंत्री संसद में आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट पेश करेंगी।

बजट सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए कहा,  "तीन तलाक विरोधी कानून, उपभोक्ता संरक्षण कानून, अनियमित जमा योजना कानून, चिट फंड संशोधन कानून, मोटरवाहन कानून जैसे अनेक कानून बनाए गए। इसके लिए मैं सांसदों का अभिनंदन करता हूं।’’

राष्ट्रपति ने कहा कि ‘‘डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने कहा था कि क्या जम्मू-कश्मीर के लोगों को वे मूलभूत सुविधाएं नहीं मिलनी चाहिए, जो बाकी देशवासियों को मिलती हैं। अनुच्छेद 370 हटाने से जम्मू-कश्मीर के लोग विकास की मुख्यधारा से जुड़ेंगे। वहां के हर व्यक्ति को मूल अधिकार मिलेंगे।"

उन्होने अपने संबोधन में राम जन्मभूमि विवाद पर आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि राम जन्मभूमि विवाद पर शीर्ष न्यायालय के फैसले के बाद देश ने परिपक्वता दिखाई। विरोध के नाम पर किसी भी तरह की हिंसा लोकतंत्र को अपवित्र करती है। सरकार को यह जनादेश लोकतंत्र की रक्षा के लिए मिला है। नए भारत में विकास के नए अध्याय लिखे जाएं। हर क्षेत्र में सबका विकास हो।’’

बजट सत्र शुरू होने से पहले  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2020 का यह प्रथम सत्र है। दशक का भी यह प्रथम सत्र है। हम सबकी कोशिश हो कि इस सत्र में दशक के उज्ज्वल भविष्य के लिए मजबूत नींव बनाई जाए। यह सत्र मूलत: आर्थिक नीतियों पर केंद्रित होगा। वैश्विक परिस्थितियों में भारत के सभी लोगों को लाभ मिले, इस पर हमारा बल रहेगा। मैं चाहता हूं कि इस सत्र में लोगों के सशक्तिकरण पर सार्थक चर्चा हो।

इससे पहले कांग्रेस ने संसद भवन में गांधी प्रतिमा के सामने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की अगुवाई कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कर रही थींं इसमें राहुल गांधी समेत कांग्रेस के वरिष्ठ सांसद भी शामिल हुए।
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