ग़ाज़ियाबाद : बृजेश कुमार। इंदिरापुरम शक्तिखंड 4 निवासी संजय शर्मा के साथ बैंक के द्वारा सवा लाख रुपये के फर्जीवाड़े की घटना सामने आई है।

ज्ञात हुआ है कि संजय शर्मा 'अरोड़ा मेटल्स' दिल्ली में जॉब करते हैं। 7 मई शाम को कंपनी ने संजय शर्मा को उनके नाम से रुपये 125500 ओनली का एकाउंटपेयी चेक दिया था। जिसे उन्होंने 8 मई को पहाड़गंज दिल्ली में बैंक ऑफ इंडिया के ड्राप बॉक्स में डाल दिया था। 9 मई को कंपनी के मालिक के फोन में कोटक महिंद्रा बैंक का पैसे निकल जाने का एसएमएस आया तो मालिक ने संजय शर्मा को बताया। तब संजय शर्मा ने कहा कि मेरे एकाउंट में तो पैसे आये ही नहीं। उन्होंने तुरंत बैंक ऑफ इंडिया की ब्रांच में जाकर पूछताछ की तो चेक ड्राप बॉक्स में नहीं था। चेक गुम कैसे हो गया, बैंक ऑफ इंडिया का मैनेजर इन सवालों का जवाब नहीं दे सका। 

फिर संजय शर्मा देशबंधु गुप्ता रोड, पहाड़गंज में ही स्थित कोटक महिंद्रा बैंक की ब्रांच में गए जहाँ से चेक ईशु हुआ था। कोटक महिंद्रा बैंक के कैशियर ने बताया कि इस नंबर का चेक संजय शर्मा लेकर आये थे और उसके अगेंस्ट में कैश ले गए हैं। संजय शर्मा के बताने पर कि मैं ही संजय शर्मा हूँ और मैं तो आया ही नहीं। दूसरी बात एकाउंटपेयी चेक था तो तुमने कैश कैसे दे दिया। कोटक महिंद्रा बैंक का कैशियर इन सब सवालों का जवाब नहीं दे सका। उसने गोलमोल बात करते हुए कहा कि एक शख्श चेक लेकर आया था जिसने अपना नाम संजय शर्मा बताया था। कोटक महिंद्रा बैंक के मैनेजर ने उस समय के सीसीटीवी फुटेज दिखाने से भी इंकार कर दिया।

बड़ा सवाल है कि जब बैंक ऑफ इंडिया के ड्राप बॉक्स में ताला लगा हुआ है तो उसमें से चेक किसने और कैसे निकाला। दूसरा बड़ा सवाल कि जब चेक एकाउंटपेयी था तो कोटक महिंद्रा बैंक के कैशियर ने चेक के अगेंस्ट में कैश क्यों दिया।

संजय शर्मा का कहना है कि दोनों बैंकों के किसी कर्मचारी के द्वारा ही ये पैसा हड़पा गया है। वो पुलिस में एफआईआर करवाकर दोनों बैंक पे कानूनी कार्रवाई करेंगे।



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