नई दिल्लीः पुनीत माथुर। लौंग में मौजूद कई अद्भुत गुणों के कारण इसे आयुर्वेद में भी खास औषधी का स्थान प्राप्त है.इसमें मौजूद औषधीय गुणों के कारण इसे कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता रहा है. हालांकि ज्यादातक इसका इस्तेमाल खाने के मसाले के तौर पर किया जाता है.

किचन में मौजूद लौंग में का यदि रात को सोने से पहले सेवन किया जाए तो पूरे दिन ताजगी और पेट साफ बना रहता है. लौंग में इम्यून बूस्टर मौजूद होता है. जो आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बनाए रखने में मददगार होता है. वहीं लौंग के नियमित सेवन से कमजोरी दूर हो जाती है.

लौंग में एंटीऑक्सीडेंट की उच्च मात्रा होती है जो अंगों को विशेष रूप से लीवर को मुक्त कण के प्रभाव से बचाने के लिए आदर्श औषधि है. लौंग का अर्क अपने हेपेटो प्रोटेक्टिव गुणों के कारण इन प्रभावों का सामना करने में मददगार होता है. इसके लिए दो लौंग खाकर आपको हल्का गर्म पानी पीना चाहिए. इससे सुबह पेट एकदम साफ हो जाता है.

जिन लोगों को बार-बार सामान्य सर्दी या बुखार होता रहता है उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो सकती है. लेकिन लौंग का प्रयोग प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने में मददगार होता है क्योंकि लौंग में बहुत से एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं. जो संक्रमण और जीवाणुओं के विकास को रोकने में मददगार साबित होते हैं.

इसी के साथ लौंग खाने का एक फायदा सूजन की समस्या से निजात दिलाने का भी है. लौंग में यूजेनिया नामक तत्व पाया जाता है जो इसे कारगार एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट बनाचा है. गले और मसूड़ों में होने वाली सूजन को इसके जरिए ठीक किया जा सकता है.

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