नई दिल्ली : पुनीत कृष्णा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जौनपुर के भदेठी गांव में दो वर्गों के विवाद के बाद अनुसूचित जाति के लोगों के घर फूंकने के मामले को गंभीरता से लेते हुए  दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही दोषियों के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट तथा एनएसए के तहत कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरे मामले में स्थानीय पुलिस द्वारा बरती गई लापरवाही पर नाराज़गी जताते हुए एसएचओ के विरुद्ध तत्काल विभागीय कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के नुकसान की भरपाई के लिए मुख्यमंत्री पीड़ित सहायता कोष से 10,26,450 रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने की घोषणा की है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को समाज कल्याण विभाग द्वारा लगभग एक लाख रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराने की कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस घटना के सात पीड़ित परिवारों को मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास उपलब्ध कराया जाएंगे। 

बता दें कि कि मंगलवार देर शाम भदेठी गांव में दो वर्गों के बीच जमकर संघर्ष हुआ। इसके बाद हमलावरों ने अनुसूचित जाति की बस्ती में पिटाई, तोड़फोड़ व आगजनी की। इस मामले में 58 नामजद व 100 अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने कई आरोपितों को गिरफ्तार किया है।


दरअसल भदेठी गांव का शहबाज (13) बाग में अपने पेड़ से आम तोडऩे गया था। वहां तालाब के पास बकरियां चरा रहे अनुसूचित जाति की बस्ती के बच्चों से किसी बात को लेकर विवाद हो गया। शहबाज ने घर जाकर स्वजनों को घटना की जानकारी दी। पूछताछ के दौरान स्वजनों व अनुसूचित जाति बस्ती के लोगों में मारपीट हो गई। इसमें नबील, फ्लावर, लारेब व हबीब जख्मी हो गए। इसके बाद गांव की प्रधान के पति आफताब उर्फ हिटलर ने मामला शांत करा दिया।

इसके बाद रात करीब साढ़े आठ बजे वर्ग विशेष के सैकड़ों लोगों ने लाठी-डंडे से लैस होकर अनुसूचित जाति बस्ती पर धावा बोला। इनके हमले में रवि, पवन, अतुल आदि घायल हो गए। इस दौरान आगजनी में नंदलाल, नेबूलाल, फिरतू, राजाराम, जीतेंद्र, सेवालाल सहित बस्ती के एक दर्जन से अधिक लोगों के मड़हे व घर जल गए। इसके साथ ही कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। आग की चपेट में आने से तीन बकरियां व एक भैंस जिंदा जल गईं।
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