ग़ाज़ियाबाद : बृजेश श्रीवास्तव। रविवार 30 अप्रैल को इंडियन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स ट्रांस हिंडन गाजियाबाद ब्रांच द्वारा वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन WHO एवं यूनिसेफ के साथ मिलकर बाल रोग विशेषज्ञों के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन आई एम ए वेस्ट गाजियाबाद भवन सेक्टर 13 वसुंधरा में किया गया।
इस कार्यशाला में गाजियाबाद के जाने-माने 40 बाल रोग विशेषज्ञो ने भाग लिया।
इस कार्यक्रम में बच्चों के प्रारंभिक जीवन में बेहतर विकास एवं देखभाल के लिए विभिन्न तरीकों पर प्रशिक्षण दिया गया।
संस्था के अध्यक्ष डॉ सचिन भार्गव ने बताया नर्चरिंग केयर फॉर अरली चाइल्डहुड डेवलपमेंट एक रोड मैप है जो बच्चों के स्वस्थ एवं मानव क्षमता को बेहतर बनाने में मदद करती है।
विभिन्न साक्ष्यों में पाया गया है कि गर्भावस्था से शुरू कर के प्रारंभिक वर्षों में अगर बच्चे को सही देखभाल प्रदान की जाए तो भविष्य में उनका विकास बेहतर होता है।
उचित ढंग से बढ़ने और विकसित होने के लिए बच्चों को पोषण संबंधी देखभाल प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इसका मतलब यह है कि वे पर्याप्त पोषण एवं अच्छे स्वास्थ्य का आनंद लेते हैं, सुरक्षित महसूस करते हैं और उन्हें जन्म से ही सीखने के अवसर मिलते हैं।
कार्यक्रम में गाजियाबाद, मेरठ, नोएडा, दिल्ली, फरीदाबाद, मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज से बाल रोग विशेषज्ञ शामिल हुए।
जिसमें प्रमुख रूप से डॉ संदीप अग्रवाल, डॉ प्रवीण गुप्ता, डा आनंद, डॉ वेजना डोभाल, डॉ अनुराधा, डॉ आरबी सिंह, डॉ संगीता यादव, डॉ रुचिरा गुप्ता, डॉ हरीश पेम्डे, डॉ प्रभात सक्सेना, डॉ राजीव अग्रवाल, डॉ भारती झा, डॉ एचपी सिंह, डॉ नरेंद्र गोयल एवं डॉ रिन्शु बंसल आदि उपस्थित रहे।
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