नई दिल्लीः पुनीत माथुर । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को नवचयनित उपजिलाधिकारियों को नियुक्ति पत्र देते हुए कहा कि पहले सरकारी नौकरियां कलंकित हो चुकी थी। पिछली सरकार की शरारत का भुक्तभोगी युवा होता था। बोर्ड व आयोग भ्रष्टाचार व भाई भतीजा वाद के अड्डे बन गए थे। आज हमारी कोई चयन प्रक्रिया अदालत में लंबित नहीं है। मेरिट योग्यता व आरक्षण का पालन के निर्देश दिये गए। पहले सरकार में अनिर्णय की स्थिति होती थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उप जिलाधिकारी को तहसील में अपनी सेवा देनी है। आम लोग की आधी समस्या राजस्व संबंधित होती है। हर एक व्यक्ति को न्याय मिले। आपको इस सेवा में आने के बाद अपने पराए के बिना सबको ख्याल रखना होगा। आप लोगों तक कमिश्नर बन सकते हैं। समाज के लिये समस्या न बनें।

योगी ने कहा मैं जनता दर्शन कार्यक्रम में लोगों से मिलता हूं। अगर यह काम हर अधिकारी करे तो बहुत सी समस्याओं का समाधान हो सकता है। तहसील की प्रक्रिया को बेहतर करने के लिये तकनीक इस्तेमाल करना चाहिये। आम लोगो को लगे के उसे न्याय मिल गया। हम लोग टापू न बनें। पहले निवेशक कहते थे कि राजनीतिक व प्रशासनिक भ्रष्टाचार के कारण वह आना नही चाहते। चार साल में यह तस्वीर पूरी तरह बदल गई।


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