ग़ाज़ियाबाद : बृजेश कुमार। सोमवार 26 फरवरी को इंदिरापुरम में गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र के गणमान्य नागरिकों और व्यापारियों की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में सभी राजनीतिक दलों से देश भर में प्रत्येक क्षेत्र में स्थानीय स्तर के कार्यकर्ताओं को चुनाव में प्रत्याशी बनाए जाने की मांग की गई। 

बैठक में गाजियाबाद क्षेत्र के लोकसभा क्षेत्र में स्थानीय कार्यकर्ता उम्मीदवार खोज- कैंडल मार्च का आयोजन करने का निर्णय लिया गया। यह कैंडल मार्च पूरे लोकसभा क्षेत्र में विभिन्न सामाजिक व्यापारिक संगठनों के सहयोग से आयोजित किए जाएंगे। हालांकि यह भी सत्य है कि भारत का नागरिक मतदाता हो और वह पूरे देश में कहीं से भी चुनाव लड़ सकता है। यह लोकतांत्रिक अधिकार है। परंतु पूरे देश में यह देखने में आ रहा है कि कुछ लोकसभा क्षेत्र पॉलिटिकल टूरिज्म के चारागाह जैसे बन गए हैं। यह लोकतंत्र के लिए शुभ लक्षण नहीं है। इसको रोकने के लिए स्थानीय स्तर पर जन सामान्य को अपने क्षेत्र को पॉलिटिकल टूरिज्म का चारागाह बनने से रोकना ही होगा।

बैठक में सभी संगठनों से इस विषय पर अपील की गई कि अपने-अपने स्तर पर सभी राजनीतिक दल के प्रमुख पदाधिकारियों से इस विषय की मांग रखते हुए अपनी बात कहें और स्थानीय कार्यकर्ता को प्रत्याशी बनाए जाने के लिए जुट जायें।

चुनाव आयोग को भी इस विषय में गंभीरतापूर्वक विचार करना चाहिए। चुनाव आयोग को इस बात पर भी विचार करना चाहिए कि राष्ट्रीय स्तर पर लोकसभा के चुनाव में मतदाताओं की संख्या प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में लगभग एक समान होनी चाहिए। मतदान को अनिवार्य राष्ट्रीय कर्तव्य बनाने की आवश्यकता है। जब तक यह कानून न बने तब तक जन सामान्य को शत प्रतिशत मतदान करना चाहिए।

आज गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र में लगभग 30 लाख मतदाताओं की संख्या है। वहीं जम्मू कश्मीर, लद्दाख, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश जैसे स्थानों पर मतदाताओं की संख्या लोकसभा क्षेत्र में काफी कम है और वह भी अपना एक प्रतिनिधि संसद में भेजते हैं। इस  कारण गाजियाबाद लोकसभा क्षेत्र सहित अनेक लोकसभा क्षेत्र के मतदाताओं का अवमूल्यन होता है। यह अवमूल्यन हम नागरिकों को स्वीकार नहीं है। यह हमें दोयम दर्जे का नागरिक घोषित करने जैसा हो रहा है। ऊपर से ऐसे अधिकांश लोकसभा क्षेत्र में स्थानीय स्तर से कार्यकर्ता को उम्मीदवार न बनाकर कोढ़ में खाज बढ़ाने का काम किया जा रहा है।

बैठक में संजीव तेवतिया ने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को 543 लोकसभा क्षेत्र में अगर किसी कारणवश बाहरी प्रत्याशी को भेजना ही पड़े तो उसका प्रतिशत एक प्रतिशत से अधिक कदापि नहीं होना चाहिए। संजीव तेवतिया ने कहा कि संदीप त्यागी रसम पिछले दो दशक से चुनाव सुधार अभियान में अनवरत संलग्न रहते हुए जन जागरण अभियान चला रहे हैं। राष्ट्रहित के इस विषय पर इनकी जितनी प्रशंसा की जाए कम है। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता सुप्रसिद्ध समाजसेवी विनोद त्यागी द्वारा की गई एवं संचालन संजीव तेवतिया ने किया।

बैठक में मुख्य रूप से विनोद त्यागी, संजय त्यागी, विनोद कुमार, नवीन त्यागी, शुभम त्यागी, सत्यदेव शर्मा, रोहित सिंह, सुभाष कुमार, धीरेंद्र तोमर, रवि कुमार, दीपक भटनागर, अजय कुमार, विनीत आदि उपस्थित रहे।

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