नई दिल्ली : पुनीत माथुर। शुक्रवार को पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंचे जहां उन्होंने आदि गुरु शंकराचार्य की प्रतिमा का अनावरण किया और बाबा केदारनाथ की पूजा अर्चना की। इसके बाद पीएम मोदी ने जय बाबा केदारनाथ की जयकारे से अपने भाषण की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि हमारा देश इतना विशाल है और इतनी महान ऋषि परम्परा है कि यहां एक से बढ़कर एक तपस्वी आज भी भारत के हर कोने में आध्यात्मिक चेतना जगाते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने जो सपना देखा था आज वह पूरा हो गया। पीएम ने कहा कि मै जब भी केदारनाथ धाम आता हूं यहां के कण-कण से जुड़ जाता हूं। पीएम मोदी ने कहा कि अनेकों संत गण आज भी देश के हर कोने में हैं कि उनका नाम लेने में भी एक सप्ताह कम पड़ जाएगा। यदि कोई नाम छूट भी गया तो पूरी जिंदगी के लिए पाप के बोझ में दब जाऊंगा।
पीएम नरेंद्र मोदी ने संतों को प्रणाम करते हुए कहा कि मुझे उम्मीद है कि वे जहां भी हैं, वहां से हमें आशीर्वाद देंगे। यहां आकर ऐसी अनुभूति होती है कि उसके बारे में व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। दीपावली के मौके पर मैं सैनिकों के साथ था और आज तो मैं सैनिकों की ही धरती पर हूं।
आज गोवर्धन पूजा के दिन मुझे केदारनाथ जी के दर्शन का मौका मिला है। बाबा केदारनाथ के दर्शन के साथ ही मैंने आदि शंकराचार्य की समाधि पर कुछ पल मैंने बिताए। वह मेरे लिए एक दिव्य अनुभूति का था। वहां बैठते ही लग रहा था कि आदि शंकराचार्य की आंखों से वह प्रकाश पुंज प्रवाहित हो रहा है, जो भव्य भारत का विश्वास जगा रहा है।
"शंकराचार्य की समाधि एक बार फिर और अधिक दिव्य स्वरूप के साथ हम सबके बीच है। इसके साथ ही सरस्वती तट पर घाट का निर्माण भी हो चुका है। केदारनाथ धाम में आई आपदा से मैं व्यथित हो गया था और तुरंत दौड़ा चला आया था। लेकिन मुझे विश्वास था कि एक दिन केदारनाथ धाम यूं ही खड़ा हो जाएगा। यह बाबा केदारनाथ के आशीर्वाद और शंकराचार्य की तपस्या से पूरा हो सकेगा।"
अपने स्वप्न को मैंने केदारनाथ के पुनर्निर्माण से पूरा होते देखा है। इससे बड़ा संतोष क्या हो सकता है। जिसकी मिट्टी और जिसकी हवाओं ने मुझे कभी पाला-पोसा था। उसकी सेवा का सौभाग्य मिलने से बड़ा पुण्य क्या हो सकता है। मैं अकसर ड्रोन टेक्नोलॉजी की मदद से केदारनाथ धाम पर चल रहे काम को देखता रहता था। बर्फबारी के बीच भी बाबा केदारनाथ धाम में चल रहा काम रुका नहीं।
पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो कल्याण करे, वही शंकर है। शंकराचार्य का पूरा जीवन जितना असाधारण था, उतना ही वे जनसाधारण के कल्याण के लिए समर्पित थे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर पूरे गौरव के साथ बन रहा है। अयोध्या को उसका गौरव सदियों के बाद वापस मिल रहा है।
उन्होंने कहा,"दो दिन पहले अयोध्या में दीपोत्सव आयोजन को पूरी दुनिया ने देखा। भारत का प्राचीन सांस्कृतिक स्वरूप कैसा रहा होगा आज हम उसकी कल्पना कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भगवान राम से जुड़े जितने भी तीर्थ स्थान है उनको जोड़कर पूरा सर्किट बनाने का काम चल रहा है। उत्तर प्रदेश में काशी का भी कायाकल्प हो रहा है। विश्वनाथ धाम का कार्य भी तेजी से हो रहा है।"
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